
– केदारनाथ धाम परिसर में रील बनाने पर है रोक
पहाड़ का सच रुद्रप्रयाग।
श्री केदारनाथ धाम में हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ युवक केदारनाथ मंदिर के पीछे के हिस्से में डीजे की धुन पर नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिसने लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
वायरल हो रही इस क्लिप में युवकों द्वारा मंदिर परिसर के समीप न केवल अशोभनीय व्यवहार किया गया, बल्कि नाच-गाने और हो-हल्ला करते हुए धार्मिक स्थल की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई गई।प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह वीडियो मंदिर के कपाट खुलने के बाद का नहीं है, बल्कि उससे पूर्व का है। बावजूद इसके, धार्मिक स्थल की मर्यादा को भंग करने वाले इस कृत्य को गंभीरता से लिया गया है।
मंदिर समिति) के केदारनाथ धाम प्रभारी अधिकारी श्री गिरीश देवली द्वारा कोतवाली सोनप्रयाग में तहरीर दी गई। इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 298 के अंतर्गत—जो कि पूजा स्थल को अपवित्र करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित है। अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मु.अ.सं. 08/2025 के तहत अभियोग पंजीकृत किया है।
जनपद पुलिस ने बताया कि वीडियो में दिख रहे युवकों की पहचान के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सहायता ली जा रही है। वीडियो में दिख रहे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
चारधाम यात्रा के पूर्व ही मंदिर समिति द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित किया गया था कि चारधाम यात्रा के दौरान इस बार केदारनाथ व बदरीनाथ मंदिर परिसर में 30 मीटर के दायरे में वीडियो व रील बनाने पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिर परिसर में भीड़ प्रबंधन के लिए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी प्रसारित करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
