
पहाड़ का सच, बागेश्वर।
जिले के धरमधर वन रेंज की न्याय पंचायत रावतसेरा के माणा कभड़ा गांव में शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे एक गुलदार घर के आंगन से मां के हाथ से उसके चार साल के बेटे नैतिक बोरा को झपटकर जंगल की ओर ले गया।
शोर मचाने और ग्रामीणों के पीछा करने के बावजूद बच्चा नहीं बच पाया। कुछ देर की तलाश के बाद उसका शव घर से करीब 200 मीटर दूर एक गधेरे में मिला। ग्राम प्रशासक ज्योति बोरा के अनुसार, गांव निवासी किशोर सिंह की पत्नी नीलम रात को भोजन बनाने के बाद अपने छोटे बेटे नैतिक को शौच के लिए आंगन में बने शौचालय ले जा रही थी। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे गुलदार ने अचानक हमला कर दिया और बच्चे को जबड़े में दबाकर जंगल की ओर भाग गया।
नीलम के शोर मचाने पर परिवार और गांव के लोग बाहर आए और गुलदार के पीछे भागे, लेकिन तब तक वह ओझल हो चुका था। करीब आधे घंटे की तलाश के बाद नैतिक का शव एक खाई के पास गधेरे में मिला। उसके गले पर गुलदार के हमले के गहरे निशान थे। नैतिक गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ता था और उसका बड़ा भाई पांचवीं का छात्र है।
वन विभाग के डीएफओ ध्रुव मर्तोलिया ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए टीम को पिंजरे के साथ मौके पर भेजा गया है। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है और लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। ग्रामीणों ने गुलदार को जल्द पकड़ने और इलाके में गश्त बढ़ाने की मांग की है।
