
पहाड़ का सच पौड़ी।
जिला कार्यालय सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला योजना की वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली बैठक आयोजित हुई।
बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा वित्तीय वर्ष के लिए प्रस्तुत किए गए प्रस्तावों पर बिंदुवार चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि योजनाएं ऐसी हों जो सीधे तौर पर जनता को लाभ पहुंचाएं और उनकी वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई जाएं। इस दौरान सभी ने अपने विभागों की वर्तमान स्थिति, पूर्ववर्ती योजनाओं की प्रगति और आगामी आवश्यकताओं के संबंध में जानकारी साझा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने गत वर्ष में विभागों को आवंटित धनराशि और उसके उपयोग की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक विभाग विगत वर्ष किए गए कार्यों का आउटकम (परिणाम) तैयार कर प्रस्तुत करें, ताकि योजनाओं की उपयोगिता का सही मूल्यांकन हो सके। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ धनराशि आवंटित करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक योजना का सीधा लाभ जनता को मिले। योजना बनाते समय यह ध्यान रखें कि उसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा। विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता सबसे अहम है।
जिलाधिकारी ने जल संस्थान को निर्देश दिए कि पेयजल आपूर्ति को दुरुस्त बनाए रखने के लिए आवश्यक टैंकरों की मांग शीघ्र प्रस्तुत करें। इसके साथ ही दुग्ध विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में कलेक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली को बेहतर करने के लिए आवश्यक वाहन प्रस्तावित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे ही अन्य विभाग भी महत्वपूर्ण कार्यों हेतु डिमांड प्रस्तुत करें।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने अर्थ एवं संख्या अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी विभागों से प्राप्त डिमांड प्रस्तावों का परीक्षण गंभीरता से किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अनावश्यक मांग योजना में शामिल न हो। उन्होंने कहा कि योजनाओं की प्राथमिकता तय करते समय जनहित, व्यावहारिकता और बजट सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि योजनाएं परिणामोन्मुखी हों और ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में संतुलित विकास सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पारुल गोयल, मुख्य कृषि अधिकारी विकेश कुमार यादव, मुख्य शिक्षाधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एस. के. रॉय, जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी, एसडीओ विद्युत गोविंद रावत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, लघु सिंचाई अधिकारी मुकेश दत्त सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
