
– सीबीसीआईडी जांच में तेजी आई: उत्तराखण्ड में दर्ज मामलों में गिरफ्तारी से लेकर सम्पत्ति सीज तक की कार्यवाही जारी
– कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस घोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी, आंदोलन की चेतावनी दी थी
– Society पर शिकंजा: निवेशकों की धनराशि की वापसी के लिए बहुस्तरीय कानूनी कदम उठाए गए
पहाड़ का सच देहरादून।
कई राज्यों में विवादित कंपनी LUCC के विरुद्ध देहरादून, पौड़ी, उत्तरकाशी, टिहरी एवं रुद्रप्रयाग में कुल 8 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस आशय की जानकारी दी गई है।
अभियुक्तों द्वारा लोगों को कई तरह के प्रलोभन एवं झांसे देकर धनराशि जमा कराई गई, जिसे बाद में गबन कर लिया गया। इनमें से एक अभियोग में 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है तथा उनके विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र दे दिया गया है। जिसकी अग्रिम विवेचना सीबीसीआईडी देहरादून द्वारा की जा रही है।
सम्पत्ति से सम्बन्धित कार्यवाही: .सीबीसीआईडी द्वारा अभियुक्तों की सम्पत्तियों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। सम्पत्तियों को खुर्द-बुर्द अथवा विक्रय से रोकने के उद्देश्य से जिलाधिकारी देहरादून, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल तथा सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी, टिहरी को इस आशय की रिपोर्ट भेज दी गई है। अभियुक्तों की सम्पत्तियों की जानकारी हेतु आयुक्त गढ़वाल एवं आयुक्त कुमाऊं मण्डल को पत्राचार किया गया है। सम्पत्तियों की जानकारी प्राप्त होने के उपरांत उन्हें सीज/नीलाम करने की विधिक कार्यवाही की जाएगी।
अन्य कार्यवाहियां:
.अभियुक्तगणों के विरुद्ध Look Out Circular (LOC) तथा Blue Corner Notice जारी कराए गए हैं।
. LUCC के पंजीकरण संबंधी विस्तृत जानकारी एवं उत्तराखण्ड के पीड़ितों को लिक्विडेशन प्रक्रिया में शामिल कराने हेतु केन्द्रीय रजिस्ट्रार, कोऑपरेटिव सोसायटी, भारत सरकार, नई दिल्ली एवं निबंधक, कोऑपरेटिव सोसायटी, उत्तराखण्ड से पत्राचार किया गया है।
. अभियुक्तगणों के पासपोर्ट एवं अन्य दस्तावेजों की जानकारी हेतु संबंधित पासपोर्ट अधिकारी से संपर्क किया गया है।
. LUCC से संबंधित अभियोगों के संबंध में आवश्यक दस्तावेज आयकर विभाग एवं प्रवर्तन निदेशालय (ED) को उपलब्ध कराए गए हैं तथा उन्हें विधिक कार्यवाही हेतु अवगत कराया गया है।
LUCC से संबंधित सभी अभियोगों में जिला पुलिस द्वारा भी आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। गौरतलब हो कि विवादित व फरार कंपनी के बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व बदरी नाथ केदार नाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सहकारिता विभाग व सहकारिता मंत्री के उक्त कंपनी से संबंधों की जांच की मांग की थी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि सरकार फरार कंपनी के खिलाफ जांच नहीं करेगी तो वे सीएम आवास पर धरना देंगे।
सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने अपने एक बयान में कहा था कि lucc कांग्रेस की देन है और उन्होंने साल 2022 में केंद्र सरकार को पत्र के जरिए सूचित कर दिया था कि कंपनी की कार्यकलाप ठीक नहीं हैं।
