
पहाड़ का सच हरिद्वार।
हरिद्वार पुलिस ने दो बच्चियों की हत्या का खुलासा कर दिया है। एसएसपी हरिद्वार के नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस को बड़ी सफलता मिली। जुड़वा बच्ची हत्या प्रकरण में कलयुगी माँ गिरफ्तार हुई है। बच्चियों के रोने से परेशान कलयुगी मां ने ही अपनी बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया था। मृत अवस्था में मां ने ही बच्चियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
संदिग्ध परिस्थितियों में जुड़वां बच्चियों की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
बच्चियों के पिता की तहरीर पर कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज किया था। कई घंटों की पूछताछ के बाद कलयुगी माँ टूट गई। उसने पुलिस को बताया कि तकिये से मुंह दबाकर 06 माह की मासूम बच्चियों को मौत की नींद सुलाया था।
बता दें कि पूरे मामले का एसएसपी ने खुलासा किया, उन्होंने बताया कि 6 मार्च को डिस्ट्रिक कंट्रोल रूम के माध्यम से कोतवाली नगर हरिद्वार से सूचना प्राप्त हुई कि दो जुड़वा लड़कियां को मृत अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महेश सकलानी निवासी ग्राम हवेली थाना चंम्बा टिहरी गढ़वाल हाल निवासी धीरवाली, कोतवाली ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार के द्वारा अपनी बच्चियो की हत्या की आशंका जताते हुए कोतवाली ज्वालापुर में 7 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा प्रकरण के संबंध में एसपी सिटी से बात की और सीओ ज्वालापुर को हर पहलू पर जाँच करते हुए घटना के सही अनावरण हेतु निर्देशित किया एवं काम कर रही टीमों से समय-समय पर स्वयं वार्ता की। ज्वालापुर सर्किल पुलिस अधिकारियों द्वारा तत्काल घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया, वादी के घर के आसपास/पड़ोसियों/जान पहचान वाले अनेकों व्यक्तियों से गंभीरतापूर्वक पूछताछ की गई। आसपास के कैमरों को चैक किया गया। इन सबके उपरांत कई महत्वपूर्ण तथ्य पुलिस के संज्ञान में आए जैसे वादी की पत्नी शिवांगी का सुबह के समय दूध लेने जाने और घर वापस आने तक किसी भी व्यक्ति का घर में आना-जाना नहीं पाया गया।
वहीं वादी महेश सकलानी द्वारा बताया गया कि 6 मार्च को सिडकुल में कंपनी में काम करने गया था मेरे पास फोन आया कि मेरी दोनों जुड़वा बच्चियों की तबीयत खराब है वह आनन फानन में घर पहुंचा इस दौरान मेरी पत्नी दोनों बच्चियों को रानीपुर मोड़ स्थित देवभूमि अस्पताल लेकर गई जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। बच्चियों के पिता ने बताया कि मेरी पत्नी ने बताया कि वह 6 मार्च को सुबह 10:30 बजे दोनों बच्चियों को सुलाकर घर का दरवाजा बंद कर दूध देने के लिए गई थी। जब कुछ देर बाद वापस घर लौटी तो दोनों बच्चियां बेहोश मिलीं इसके बाद वह पड़ोसियों के साथ उन्हें अस्पताल ले गई थी।
इसके अतिरिक्त पूछताछ एवं अन्य कई छोटे-बड़े कारणों से वादी की पत्नी शिवांगी से महिला कांस्टेबल की निगरानी में हरिद्वार पुलिस ने कई घंटों तक गहनता से पूछताछ की तो, वादी की पत्नी शिवांगी टूट गई और उसने बताया कि मेरी दोनों जुड़वां बच्चियां रात-दिन अक्सर रोती रहती थी। उसे जरा सा भी आराम नहीं मिल पाता था, कम उम्र व साथ में कोई परिजन न होने की वजह से चिड़चिड़ापन बढ़ता गया जिससे रात में नींद पूरा न होने के कारण अभियुक्ता ने गुस्से व झल्लाहट में बार-बार रो रही बच्चियों को पहले रजाई से दबाया लेकिन उनके ज्यादा चिल्लाने पर स्कार्फ से गला दबाकर बच्चियों की हत्या कर दी और सुबह के समय दूध लेने के लिए और दोनों की भांति घर से गई और आई।
