
– बुधवार 5 मार्च पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ से होगी वार्ता
– पत्रकारों के उत्पीड़न व सुरक्षा के मुद्दे पर होगी बातचीत, समाधान न होने पर आंदोलन
पहाड़ का सच देहरादून
उत्तराखण्ड पत्रकार यूनियन की ओर से पत्रकारों के उत्पीड़न व सुरक्षा में मुद्दे पर बुधवार 5 मार्च को आहूत धरना प्रदर्शन पुलिस मुख्यालय की ओर से एक दिन पहले ही वार्ता का आमंत्रण मिलने के बाद स्थगित कर दिया गया है। यूनियन का कहना है कि द्विपक्षीय वार्ता में संतोषजनक समाधान न होने की स्थिति में आंदोलन का रास्ता ही एक मात्र विकल्प रहेगा।
मंगलवार को उत्तराखंड पत्रकार यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक प्रदेश अध्यक्ष आशीष ध्यानी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में ध्यानी ने जानकारी दी कि पुलिस महानिदेशक ने यूनियन की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों का संज्ञान लिया है और यूनियन को बुधवार को वार्ता के लिए बुलाया है। इसलिए उत्तराखंड पत्रकार यूनियन द्वारा 5 मार्च को पुलिस मुख्यालय (PHQ) के बाहर प्रस्तावित धरना फिलहाल स्थगित कर देना चाहिए जिसे बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों/सदस्यों ने अपनी सहमति दी।तय किया गया कि बुधवार को प्रस्तावित धरना प्रदर्शन स्थगित किया जाता है। मुद्दों पर समाधान न होने की स्थिति में आंदोलन किया जाएगा।
पत्रकारों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं
उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने स्पष्ट किया कि यह सांकेतिक स्थगन है,संघर्ष का अंत नहीं। पत्रकारों के अधिकारों, सुरक्षा और स्वतंत्रता को लेकर यूनियन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यदि वार्ता से संतोषजनक समाधान नहीं मिलता, तो आवश्यकतानुसार आंदोलन किया जाएगा।
यूनियन की मांगें
यूनियन की मुख्य मांग पत्रकार सुधांशु थपलियाल की गिरफ्तारी की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो। इसके साथ ही राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीति बने। बैठक में महासचिव हरीश जोशी, वरिष्ठ प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज, उपाध्यक्ष किरण शर्मा, संगठन मंत्री इंद्रेश कोहली, सचिव सुशील रावत, संयुक्त मंत्री राजकिशोर तिवारी, प्रचार मंत्री शशि शेखर, सचिन गौनियाल, कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद गिरी आदि उपस्थित रहे।
