
पहाड़ का सच/एजेंसी।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों की मुलाकात : रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक मुद्दों पर अहम चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने 2047 रोडमैप, रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों पर विचार साझा किए। दोनों नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। फ्रांस ने UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन दोहराया और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने मार्च 2026 से भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष के आयोजन की घोषणा की, जो वैज्ञानिक शोध और प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाएगा। दोनों नेताओं ने वैश्विक संकटों, विशेष रूप से यूक्रेन युद्ध और आतंकवाद पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने आतंकवादी वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों को खत्म करने पर सहमति जताई। भारत और फ्रांस ने AI विकास को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए एक संयुक्त रोडमैप लॉन्च किया। साथ ही, भारतीय स्टार्टअप्स को फ्रांस में अवसर देने पर सहमति बनी। यूपीआई के फ्रांस में उपयोग को लेकर चर्चा हुई, और 2025 में भारत-फ्रांस साइबर सुरक्षा वार्ता आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति विमान में पेरिस से मार्सिले तक की यात्रा साझा की, जो दोनों नेताओं के मजबूत व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाता है।
पीएम मोदी-ट्रंप बैठक से पहले खरगे की सलाह, टैरिफ और निर्वासन का मुद्दा उठाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इस बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें टैरिफ और भारतीय अप्रवासियों के निर्वासन का मुद्दा उठाने की सलाह दी। खरगे ने कहा कि 25% टैरिफ भारतीय विनिर्माण को नुकसान पहुंचा सकता है और अमेरिका में भारतीयों के जबरन निर्वासन पर कड़ा रुख अपनाना जरूरी है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में चार साल बिताने के बाद फिर कांग्रेस में लौट आए हैं। उन्होंने कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और इसे अपना “राजनीति में दूसरा जन्मदिन” बताया।
एयरो इंडिया शो में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह : भारत रक्षा क्षेत्र में रच रहा इतिहास
बेंगलुरु में चल रहे एयरो इंडिया शो के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की बढ़ती रक्षा क्षमताओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एयरो इंडिया ने जो ऊंचाइयां हासिल की हैं, वह ऐतिहासिक हैं। सिंह ने बताया कि भारत अब छोटे तोपखानों से लेकर ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल प्रणाली जैसे बड़े प्लेटफॉर्म तक रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रहा है। उन्होंने इसे देश के रक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का संकेत बताया।
शेयर बाजार लगातार छठे दिन गिरा; सेंसेक्स 122 अंक टूटा, निफ्टी 23000 के करीब पहुंचा
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और व्यापार युद्ध की चिंताओं के बीच बुधवार को शेयर बाजार लगातार छठे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में 122 अंक की गिरावट आई। इस दौरान, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स, जो कारोबार के दौरान 900 अंक से अधिक गिर गया था, अंतिम घंटे में वित्तीय शेयरों में खरीदारी के बाद संभलकर 122.52 अंक की गिरावट के साथ 76,171.08 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान बेंचमार्क 905.21 अंक गिरकर 76,000 के स्तर से नीचे 75,388.39 अंक पर पहुंच गया था।
जनवरी में खुदरा महंगाई घटी, 4.31% पर पहुंची, सरकार ने जारी किए आंकड़े
जनवरी 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 4.31% पर आ गई, जो दिसंबर में 5.22% थी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई भी कम होकर 6.02% रही। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का लक्ष्य इसे 4% के आसपास बनाए रखना है। रिपोर्ट के अनुसार, सर्दियों की ताजा फसल बाजार में आने से सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई, जिससे महंगाई कम हुई। इससे भारतीय परिवारों को जीवनयापन की लागत में कुछ राहत मिली है। महंगाई पर काबू पाने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 6.5% से घटाकर 6.25% कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने मुफ्त योजनाओं पर जताई चिंता, कहा—काम करने की इच्छा हो रही प्रभावित
सुप्रीम कोर्ट ने चुनावों में मुफ्त योजनाओं के वादों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इससे लोगों में काम करने की इच्छा कम हो रही है। कोर्ट ने टिप्पणी की कि मुफ्त राशन और धन मिलने से समाज में परजीविता को बढ़ावा मिल सकता है। केंद्र सरकार ने बताया कि शहरी बेघर लोगों के लिए आश्रय योजनाओं पर काम किया जा रहा है, जिसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई छह हफ्ते के लिए टाल दी। वहीं, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़े नए कानून के खिलाफ दायर याचिका पर 19 फरवरी को सुनवाई होगी।
एलएंडटी चेयरमैन का बयान फिर सुर्खियों में, बोले : ऑफिस बुलाने पर छोड़ देते हैं नौकरी
एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यम एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय श्रमिक, खासकर तकनीकी विशेषज्ञ, नौकरी के लिए स्थान बदलने से हिचकिचाते हैं, जिससे उद्योगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने जन धन योजना, मनरेगा और अन्य सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को श्रमिकों की अनिच्छा के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं वित्तीय स्थिरता देती हैं, जिससे लोग काम के लिए प्रवास नहीं करना चाहते। सुब्रह्मण्यम ने कहा कि आईटी सेक्टर में कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता देते हैं और जब उन्हें ऑफिस आने को कहा जाता है, तो वे नौकरी छोड़ देते हैं। इससे पहले, उन्होंने हफ्ते में 90 घंटे काम करने और रविवार को भी काम करने की सलाह दी थी। इसके अलावा, “घर पर बैठकर पत्नी को कितनी देर घूर सकते हो?” वाले बयान पर भी उनकी काफी आलोचना हुई थी।
शुभमन गिल के शतक से भारत का बड़ा स्कोर, इंग्लैंड को 357 रनों का लक्ष्य
अहमदाबाद में खेले जा रहे वनडे मैच में भारत ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 357 रनों का लक्ष्य रखा। भारतीय टीम 50 ओवर में 356 रन पर ऑलआउट हो गई। शुभमन गिल ने 112 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली, जबकि श्रेयस अय्यर (78) और विराट कोहली (52) ने अर्धशतक लगाए। केएल राहुल 40 रन बनाकर आउट हुए। इंग्लैंड के लिए आदिल राशिद ने सबसे ज्यादा चार विकेट झटके, जबकि मार्क वुड ने दो और साकिब महमूद, गस एटकिंसन व जो रूट ने एक-एक विकेट लिया।
गंगा सेवा दूत बना रहे घाटों को स्वच्छ, श्रद्धालुओं को मिल रही सुविधाएं
महाकुंभ 2025 में गंगा सेवा दूत माँ गंगा की निर्मलता बनाए रखने और स्वच्छता का संदेश फैलाने में जुटे हैं। 1500 से अधिक गंगा सेवा दूत घाटों पर तैनात हैं, जो नदी में डाले गए फूल और पूजन सामग्री तुरंत हटाकर जलधारा को स्वच्छ बनाए रखने में मदद कर रहे हैं। इसके अलावा, अदाणी ग्रुप और इस्कॉन द्वारा सेक्टर-19 में श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद वितरण किया जा रहा है, जिससे लाखों लोग प्रतिदिन लाभान्वित हो रहे हैं। स्काउट एंड गाइड के 10,200 वॉलंटियर्स भी पूरे महाकुंभ में विभिन्न सेवाओं के लिए तैनात रहेंगे। मेले में 1.5 लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स लगाए गए हैं, जिनकी सफाई क्यूआर-आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम और जेट स्प्रे क्लीनिंग तकनीक से की जाएगी। प्रशासन स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए तीर्थयात्रियों को साफ-सुथरा माहौल प्रदान करने के लिए पूरी तरह तत्पर है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का निधन, सरयू में दी जाएगी जल समाधि
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार सुबह लखनऊ के एसजीपीजीआई में निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस से अयोध्या लाया गया और गोपाल मंदिर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। श्रद्धालुओं और संतों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। आचार्य सत्येंद्र दास को 3 फरवरी को ब्रेन स्ट्रोक के बाद एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों के प्रयास के बावजूद उनका निधन हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अस्पताल में उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। उनकी अंतिम यात्रा में बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी भी शामिल हुए और कहा कि आचार्य सत्येंद्र दास ने हमेशा हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया। राज्य मंत्री सतीश शर्मा समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। गुरुवार दोपहर 12 बजे सरयू में उनकी जल समाधि दी जाएगी।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि आंदोलन की शुरुआत रामलला की चौखट से, मुक्ति न्यास करेगा अगुवाई
श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन की नींव महाकुंभ में रखी गई, जिसमें भगवान राम की नगरी से महासंवाद की शुरुआत की जाएगी। यह आंदोलन पूरे देश में फैलाने की योजना है, जिसमें विधि विशेषज्ञों, संतों, और विचारकों की 51 सदस्यीय समिति तैयार की जा रही है। इस समिति में साधु-संत, सेवानिवृत्त जज, शिक्षाविद, और आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया के सदस्य शामिल होंगे। महाकुंभ के बाद आंदोलन को काशी, मथुरा और बड़े शहरों तक फैलाया जाएगा, जिसका लक्ष्य पांच करोड़ लोगों को जोड़ने का है। हस्ताक्षर अभियान भी जारी है, जिसमें तीन करोड़ से अधिक लोगों ने भाग लिया है।
ईएसआईसी अस्पतालों की नर्सें 25 फरवरी से हड़ताल पर, लाखों मरीजों की सेवा प्रभावित होने की आशंका
देशभर के ईएसआईसी अस्पतालों की नर्सों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर 25 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इससे रोजाना इलाज कराने वाले लाखों मरीजों को परेशानी हो सकती है। ऑल इंडिया ईएसआईसी नर्सिंग ऑफिसर्स फेडरेशन के अनुसार, 2020 से लगातार नर्सें अपनी मांगें उठा रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। प्रमुख मांगों में इंटर रीजन ट्रांसफर नीति में सुधार, प्रमोशन प्रक्रिया को सुचारू करना, लंबित एमएसीपी का निपटारा, बोनस की सुविधा, नर्सिंग स्टाफ की संख्या बढ़ाने और वेतन संबंधी मुद्दों का समाधान शामिल हैं। देशभर में ईएसआईसी के 59 बड़े अस्पताल और 105 डिस्पेंसरी में लगभग 5000 नर्सें कार्यरत हैं। यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो लाखों मरीजों की स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
