– स्वराज पार्टी के नेता ने कहा, ड्रामेबाज उमेश शर्मा को स्कूटर पर गाजियाबाद छोड़कर आऊंगा
पहाड़ का सच देहरादून।
पूर्व सीएम व हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत चैंपियन-उमेश विवाद पर आज पहली बार बोले। उन्होंने कहा कि पुलिस सक्रिय होती तो मामला इतने आगे तक नहीं जाता। पूर्व सीएम ने कहा कि अगर वो होते तो ऐसी घटना नहीं होती।
पूर्व सीएम रावत ने कहा कि इस झगड़े से उत्तराखंड के माथे पर कालिख पुत गयी है।पुलिस की बहुत बड़ी चूक रही। खुफिया विभाग कहां असफल रहा। अगर हरिद्वार पुलिस समय पर चेत जाती तो इस घटना से बचा जा सकता था।
उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि चैंपियन की पत्नी ने एक शिकायत की लेकिन 24 घण्टे बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि घटना के बाद उनकी डीजीपी से व एसएसपी हरिद्वार से बात हुई थी। नये डीजीपी के आने से कानून व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ,दिल्ली में पार्टी नेताओं ने उनसे पूछा कि उत्तराखंड में ये क्या हो रहा है। ऐसा यहां कभी नहीं हुआ। त्रिवेंद्र ने कहा कि निर्दलीय विधायक की शासन-प्रशासन व एसएसपी को चेतावनी से व्यवस्था का मखौल उड़ा है।
कुछ साल पूर्व तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उमेश कुमार को राजद्रोह में जेल भेजा था। उमेश के साथ कई वर्षों से पत्रकारिता कर रहे दो पत्रकारों शिवप्रसाद सेमवाल व राजेश शर्मा को भी जेल भुगतनी पड़ी थी। उस समय चर्चा यह आम रही कि दोनों पत्रकार भी उमेश कुमार के चक्कर में फंस गए।
अब स्वराज पार्टी ने विधायक उमेश के खिलाफ खोला मोर्चा
इधर, हरिद्वार ने स्वराज पार्टी के नेता व कार्यकर्ता विधायक उमेश के खिलाफ सड़क पर उतर गए। स्वराज पार्टी ने उमेश कुमार के ब्राह्मण होने पर सवाल उठाते हुए ड्रामेबाज करार दिया।
स्वराज पार्टी के नेताओं ने उमेश कुमार पर गैंगेस्टर लगाने की मांग की और उत्तराखंड विरोधी करार दिया। उमेश कुमार के रोने को नाटक बताया। कहा कि उमेश कुमार भू कानून मूल निवास का विरोधी है। स्वराज पार्टी नेता रमेश जोशी ने कहा कि उमेश कुमार ने दो अधिकारियों की सीडी बनाई है।
उन्होंने कहा कि उमेश कुमार ड्रामेबाज है इसे स्कूटर पर गाजियाबाद छोड़कर आऊँगा। स्वराज पार्टी ने कहा कि एसएसपी हरिद्वार कड़ी कार्रवाई करेंगे।