– मुख्यमंत्री ने सतपुली झील के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रतिभाग के दौरान 172 करोड़ 65 लाख की 24 योजनाओं का किया लोकार्पण/शिलान्यास
– क्षेत्र के लिए लगाई घोषणाओं की झड़ी, 6 मौके पर घोषित जबकि 4 घोषणाओं पर परीक्षण के उपरांत दी जाएगी स्वीकृति
पहाड़ का सच, सतपुली/पौड़ी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्वी नयार नदी में बनने वाली बहुउद्देशीय सतपुली झील का शिलान्यास सहित लगभग 172 करोड़ 65 लाख की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के लिए 6 घोषणाएं की जबकि 4 अन्य घोषणाओं को परीक्षण के उपरांत स्वीकृति की बात कही।
गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिले के एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत सतपुली पहुंचे। मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से बिलखेत हेलीपेड पहुंचे। यहाँ कैबिनेट मन्त्री सतपाल महाराज, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र अंथवाल, विधायक लैन्सडौन दिलीप महंत, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, ब्लॉक द्वारीखाल के प्रशासक महेन्द्र राणा, प्रशासक कल्जीखाल बीना राणा, प्रशासक पोखड़ा प्रीति देवी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह सहित अन्य हस्तियों ने उनका स्वागत किया।
हेलीपेड से मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल रामलीला मैदान सतपुली पहुंचकर 123 करोड़ 53 लाख की 04 योजनाओं का शिलान्यास व 49 करोड़ 12 लाख की 20 योजनाओं का लोकार्पण किया। जिसमे 56 करोड़ की लागत से बनने जा रही सतपुली झील का शिलान्यास मुख्यतया शामिल है।
इस मौके पर उन्होंने विकासखण्ड बीरोंखाल के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज भरोली खाल व बीरोंखाल में नवीन भवन निर्माण, विकासखण्ड एकेश्वर व कल्जीखाल के मध्य नयार पाटीसैण व असवालस्यूँ के मध्य पश्चिमी नयार नदी के ऊपर मोटर पुल, विकासखण्ड एकेश्वर मुख्यालय में मिनी स्टेडियम, रवांसा नदी के ऊपर निर्मित पीपलडोंगा पुल से 500 मीटर ऊपर की ओर बैराज का निर्माण, ताड़केश्वर महादेव में पुलिस चौकी की स्थापना की घोषणा की।
इस अवसर पर आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज लगभग 172 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है। यह योजनाएं क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। सतपुली झील का निर्माण पूरा होने से यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होंगी।
उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की भूमि से कहा था कि 21वीं सदी का यह तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा और इस कार्य की शुरुआत हो चुकी है। आज जिस झील का शिलान्यास किया गया है उसका लाभ आने वाली पीढ़ियों को भी होगा। प्रदेश में सड़क, हवाई कनेक्टिविटी के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास किया जा रहा है। प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में वृहद स्तर पर निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पलायन जैसी वृहद समस्या को जड़ से समाप्त करने की दिशा में निरंतरता से कार्य कर रही है। प्रदेश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय उद्योगों में भी युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है। मातृशक्ति द्वारा तैयार उत्पाद आज बड़ी-बड़ी कंपनियों को भी फेल कर रहे हैं, जिनकी डिमांड विदेशों तक होने लगी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करने के लिए भी हम संकल्पित होकर कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 5000 एकड़ से अधिक भूमि लैंड जिहाद से मुक्त करवाई गई है। थूक जिहाद पर भी हमने कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि 2025 के जनवरी माह में हम प्रदेश में यूसीसी को लागू करने जा रहे है। बहुत जल्द हम राज्य की जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सख्त भू कानून लाने वाले हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल की विकास पुस्तिका का विमोचन किया।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने क्षेत्र में विकास योजनाओं की स्वीकृति के मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं से क्षेत्र के विकास को पंख लगेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवत, भाजपा जिलाध्यक्ष कोटद्वार वीरेंद्र रावत, जिलाध्यक्ष पौड़ी सुषमा रावत, एसडीएम नूपुर वर्मा, अनिल चन्याल, शालिनी मौर्या सहित, ब्लॉक प्रशासक केश्वर नीरज पांथरी व जयहरीखाल दीपक भण्डारी, संचालक शैलेन्द्र दर्शन, मंडल अध्यक्ष सतेंद्र बिष्ट सहित भारी संख्या में क्षेत्रीय जनमानस उपस्थित थे।