पहाड़ का सच, पौड़ी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला चिकित्सालय पौड़ी में 100 दिवसीय प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉ. सुयोग ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. रमेश कुंवर ने इस अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह अभियान चार चरणों में आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को 2025 तक हासिल करने के लिए जनसहभागिता और स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया।
अभियान की प्रमुख विशेषताएं के बारे में उन्होंने बताया कि इस दौरान घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर संवेदनशील आबादी की पहचान की जाएगी, जिसमें पूर्व टीबी मरीज, टीबी रोगियों के संपर्क में रहे व्यक्ति, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, कुपोषित, धूम्रपान करने वाले, मधुमेह और हाईपरटेंशन से पीड़ित व्यक्ति शामिल हैं। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में नि-क्षय शिविरों के माध्यम से स्क्रीनिंग, एक्स-रे और बलगम जांच की जाएगी। शीघ्र निदान और उपचार शुरू करने के साथ-साथ रोगियों को पोषण सहायता प्रदान की जाएगी। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाएगा।
डॉ. कुंवर ने बताया कि अभियान की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। जिला, ब्लॉक और स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर चिकित्सकों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एनटीईपी कर्मियों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। कार्यक्रम के दौरान दो टीबी रोगियों को पोषण किट वितरित की गई और निक्षय वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से डॉ. विक्की बख्शी, डॉ. सुरेंद्र, डॉ. श्वेता नवानी, डॉ. रुचि पैन्यूली, नृपेश तिवारी, दिनेश शाह, सुबोध कुकसाल, ब्लॉक सीएचओ, आशा कार्यकर्ता, और एएनएम सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।