– पुलिस ने रोका, पुलिस व बेरोजगारों के बीच जमकर धक्का-मुक्की
– बेरोजगारों का अगला कूच केदारनाथ, चुनावी माहौल में सत्ता प्रतिष्ठान के सामने नई चुनौती
पहाड़ का सच देहरादून। राज्य स्थापना दिवस पर आज उत्तराखंड बेरोजगार संघ के नेतृत्व में प्रदेश के हजारों बेरोजगारों द्वारा पुलिस भर्ती में आयु सीमा में छूट, पुलिस भर्ती में महिला पदों की मांग एवं वन आरक्षी वेटिंग में चयनित अभ्यार्थियों की तत्काल नियुक्ति की तीन सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया गया। इस बीच पुलिस व बेरोजगारों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। बेरोजगारों ने ऐलान किया कि उनका अगला कूच केदारनाथ होगा। चुनावी माहौल में बेरोजगार युवाओं का केदारनाथ कूच सत्ता प्रतिष्ठान के लिए एक नई चुनौती पेश कर सकता है।
आज सुबह बेरोजगार संघ के आह्वान पर सीएम आवास कूच के लिए निकली बेरोजगार युवाओं को पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग पर रोक दिया। इस दौरान पुलिस और बेरोजगारों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। कई युवक-युवतियां बैरिकेडिंग पर चढ़ गए तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार, प्रदेश उपाध्यक्ष राम कंडवाल, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह, प्रदेश सचिव नितिन दत्त, कुमाऊं मंडल संयोजक भूपेंद्र कोरंगा, पीयूष जोशी, जसपाल चौहान, विशाल चौहान, जसपाल चौहान, मनदेव राणा, अरविंद पंवार, अखिल तोमर, विरेन्द्र चिरवान सहित कई युवाओं के अतिरिक्त कुसुमलता बौड़ाई, दिव्या चौहान, डिंपल नेगी, रेनू, प्रियांशी सहित युवकों के गिरफ्तार कर लिया।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सरकार के इशारे पर पुलिस ने उत्तराखंड के बेरोजगारों की गिरफ्तारी कर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों सहित प्रदेश की समस्त जनता का अपमान किया है, जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। . बॉबी पंवार ने कहा इसका जवाब देने उत्तराखंड बेरोजगार संघ के नेतृत्व ने सैकड़ों बेरोजगार जल्द केदारनाथ जायेंगे ओर घर-घर जाकर सरकार की जनविरोधी नीतियों, बेरोजगारों के प्रति सरकार के उदासीन रवैए एवं सरकार द्वारा किए गए व्यापक भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे और सरकार को करारा जवाब देंगे।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि लंबे समय से संघर्ष करने, भूख हड़ताल करने, टंकी पर चढ़ने, सचिवालय कूच करने, मुख्यमंत्री आवास कूच करने , पुलिस मुख्यालय, सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मांग रखने के बावजूद पुलिस भर्ती में आयु सीमा न बढ़ाया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह ने कहा कि 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहे राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के उत्तराखंड में 25 वर्ष के युवाओं को शासन-प्रशासन द्वारा बुजुर्ग बताकर पुलिस भर्ती में मौका न दिया जाना प्रदेश के युवाओं का घोर अपमान है।बेरोजगार संघ के कुमाऊं मंडल संयोजक भूपेंद्र कोरंगा ने कहा कि यदि अभी भी सरकार द्वारा बेरोजगारों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो बहुत जल्दी कुमाऊं में भी एक बड़ी रैली की जाएगी और सरकार से हर स्तर पर लड़ा जाएगा। काशीपुर से आई कुसुम लता बौड़ाई ने पुलिस पर महिलाओं के साथ बदसुलूकी एवं छेड़छाड़ करने के भी आरोप लगाए हैं।