पहाड़ का सच, पिथौरागढ़।
जनपद के बेरीनाग में कथित मस्जिद को लेकर राष्ट्रीय सेवा संघ द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गणेश चौक से जीआईसी मैदान तक विशाल रैली निकाली गई। रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। इसी बीच रैली में शामिल लोगों ने विशेष समुदाय के लोगों द्वारा क्षेत्र में विभिन्न घटनाएं करने और घटनाओं का भय रहने की बात कही।
बेरीनाग में राष्ट्रीय सेवा संघ द्वारा एक कथित मस्जिद को लेकर अगस्त माह में सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला गया था। उसके बाद मुस्लिम समुदाय द्वारा बेरीनाग थाने में चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बीते अक्टूबर महीने में राष्ट्रीय सेवा संघ के नेतृत्व में तहसील कार्यालय में धरना-प्रदर्शन कर 15 दिन के भीतर मस्जिद नहीं हटाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। जिसमें कथित मस्जिद नहीं हटने पर राष्ट्रीय सेवा संघ के द्वारा 9 नवंबर (आज) से शहीद चौक पर धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई थी और इसकी अनुमति भी मांगी गई थी।
पुलिस और प्रशासन द्वारा शहीद चौक पर धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई, जबकि गणेश चौक से जीआईसी मैदान तक धारा 163 के तहत शांति पूर्ण रैली निकालने की अनुमति दी गई। जिसके तहत शनिवार सुबह 10 बजे से राष्ट्रीय सेवा संघ के पदाधिकारी सहित क्षेत्र के युवा और बुजुर्ग गणेश चौक में जुटने शुरू हो गए। दोपहर 12 बजे तक बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और कथित मस्जिद हटाओ के नारे के साथ जीआईसी खेल मैदान में पहुंचे, जहां पर एक सभा की गई।
राष्ट्रीय सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमांशु जोशी ने कहा कि मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर पूर्व में कई बार प्रदर्शन किया जा चुका है, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मस्जिद हटाने को लेकर जब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे। प्रदर्शनकारियों को एसडीएम और पुलिस द्वारा समझाने का प्रयास किया गया और जल्दबाजी में कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कही गई।
प्रशासन ने इस भूमि की कार्रवाई न्यायालय में होने और न्यायालय के आदेशों के तहत कार्रवाई करने की बात कही। जिस पर प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद हटाए जाने तक प्रशासन से ताला लगाकर उस स्थान को सीज करने की मांग की। एसडीएम श्रेष्ठ गुनसौला ने लिखित में पत्र देकर जांच कर कार्रवाई करने की बात कही, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और बिना लिखित कार्रवाई के आंदोलन खत्म नहीं करने पर अड़े रहे। एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शनकारियों और राष्ट्रीय सेवा संघ के पदाधिकारी की पुलिस और प्रशासन से एक घंटे तक चली वार्ता के बाद जिस भवन में कथित मस्जिद चल रही है, उसके भवन स्वामी को मस्जिद को लेकर नोटिस देने और उसके बाद अग्रिम कारवाई की बात पर सहमति बनी।
जिसके बाद एसडीएम श्रेष्ठ गुनसोला ने बताया कि जिस भवन में कथित मस्जिद है उसके भवन स्वामी को नोटिस देकर 15 दिन के भीतर जबाब मांगा जाएगा और जांच कर फिर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। हिंदूवादी संगठनों के कथित मस्जिद को लेकर निकाली जा रही रैली को देखते हुए विशेष समुदाय के दुकानों को प्रशासन ने बंद कराया था। पूरे नगर में चप्पे-चप्पे पुलिस तैनात थी और ड्रोन कैमरे से पूरे क्षेत्र में रिकार्डिंग की जा रही थी।