– सरकार को दिया 16 करोड़ से अधिक का लाभांश
– देश की ट्रॉसमिशन कम्पनियों की रेटिंग में पिटकुल की रेटिंग A+
– सालों से खराब पड़ी लाइनें ठीक हुई, कई बार सीएम ने निगम के एमडी ध्यानी की पीठ थपथपाई
– नई नियुक्तियों के साथ वर्षों से रुके प्रमोशन भी हुए
पहाड़ का सच देहरादून। मुख्यमंत्री /ऊर्जा मंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में पिटकुल तरक्की की राह पर है। निगम प्रबंध तंत्र का मानना है कि विभिन्न परियोजनाओं पर किये जा रहे कार्य समय पर पूर्ण होने के फलस्वरूप उत्तराखण्ड का पारेषण तंत्र देश का सबसे सशक्त पारेषण तंत्र होगा।
पिटकुल प्रबन्धन द्वारा जारी आंकड़ों के हिसाब से 2022-2023 में 26.99 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 141.67 करोड़ का लाभ अर्जित किया गया है। निरन्तर लाभ अर्जित करते हुये शासन को विगत 3 वर्षों से लगातार 5 करोड़ का लाभांश दिया जा रहा है। पिटकुल द्वारा इस वर्ष शासन को 11 करोड़ का लाभांश दिया जा रहा है। पिछले दो साल में पिटकुल ने सरकार को 16 करोड़ लाभांश दिया गया। .जनपद चम्पावत को इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10 आंगनवाड़ी केन्द्रों के उच्चीकरण के लिए पिटकुल के सीएसआर मद से पच्चीस लाख चौरासी हजार रुपए आवंटित किये गये जिसका शुभारम्भ सीएम ने आज किया।
वर्तमान में पिटकुल की ट्रॉसमिशन उपलब्धता (Transmission System Availability)
भी 99.70 प्रतिशत है जिसके निर्धारित राष्ट्रीय मानकों (98 प्रतिशत) से अधिक होने के फलस्वरूप पिटकुल को प्राप्त होने वाली प्रोत्साहन धनराशि के एक तिहाई भाग को विद्युत टैरिफ में छूट के रूप में सीधे दिये जाने से विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त हो रहा है। पिटकुल को प्रथम बार 2023-24 में उचित गुणवत्ता (Quality Management Systems) के क्षेत्र में ISO 9001:2015 प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है। .वर्तमान में देश की समस्त ट्रॉसमिशन कम्पनियों की रेटिंग में पिटकुल की रेटिंग A+ चल रही है जिसके फलस्वरूप पिटकुल को ऋण में 0.25 फीसदी की छूट मिलने से प्रदेश के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत टैरिफ में सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है।
सीएम ने 16 सितंबर को पिटकुल द्वारा 5 नये उपकेन्द्रों 220 केवी जीआईएस उपकेन्द्र सेलाकुई, 132 केवी जीआईएस उपकेन्द्र आराघर, 132 केवी जीआईएस उपकेन्द्र लोहाघाट, 132 केवी जीआईएस उपकेन्द्र धौलाखेडा, 132 केवी जीआईएस उपकेन्द्र खटीमा-॥ एवं उनसे सम्बन्धित पारेषण लाईनों के कुल 511.52 करोड़ धनराशि की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। ” विकल्प रहित संकल्प ” के नारे को साकार करने के लिए उनका लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के कर कमलों से वर्ष 2026 में कराने हेतु पिटकुल प्रबन्धन कृत संकल्प है।
धामी सरकार के कार्यकाल में पिटकुल की अन्य विशेष उपलब्धियां
• प्रदेश में ग्रिड के कुशल संचालन के लिए स्टेट ऑफ द आर्ट प्रान्तीय भार निस्तारण केन्द्र (एसएलडीसी) भवन का निर्माण किया जा रहा है।
• पिटकुल प्रबन्धन के सतत् प्रयासों के फलस्वरूप एनआरएलडीसी के साथ समन्वय स्थापित कर उत्तराखण्ड की टीटीसी लिमिट 1500 मेगावॉट से बढ़ाकर 1700 मेगावॉट हो गई है।
• देहरादून में मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में Investor Summit के सफल आयोजन और प्रदेश में औद्योगिक विकास को प्रगति प्रदान करने के क्रम में पिटकुल द्वारा 220 केवी उप संस्थान जाफरपुर एवं 132 केवी उप संस्थान पदार्थों का निर्माण पूर्ण किया गया।
• सीएम द्वारा रेखांकित लक्ष्य प्राप्ति कर पिटकुल द्वारा रूद्रपुर एवं लालकुआं रेलवे ट्रैक्शन सब स्टेशन के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण किया गया, जिससे औद्योगिक आवगमन सुगम होगा एवं कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी।
• पिटकुल द्वारा मै० गोल्ड प्लस इंडस्ट्री क्षेत्र में इसी साल 14 फरवरी को स्विचिंग स्टेशन ऊर्जीकृत किया गया, जिससे मुख्यमंत्री की अपेक्षाओं के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हुयी है।
• सीएम द्वारा निरन्तर अनुश्रवण एवं समीक्षा बैठकों में दिये गये दिशा-निर्देशों के परिणाम स्वरूप 132 केवी पिथौरागढ़ चम्पावत लाईन के ऊर्जीकरण के साथ जनपद-चम्पावत की सम्मानित जनता को लो वोल्टेज एवं ट्रिपिंग की समस्या से राहत प्राप्त हुयी। उक्त लाईन के निर्माण में पिटकुल द्वारा रिकार्ड सर्वाधिक 1274 मी लम्बाई का स्पॉन विशेष कण्डक्टर उपयोग कर सरयू नदी को पार किया गया।
• 132 केवी उपकेन्द्र काशीपुर में 132 केवी वे का निर्माण कार्य पूर्ण कर इसी साल 26 अप्रैल को ऊर्जीकृत किया गया।
• 220 केवी जीआईएस उपस्थान बरम का निर्माण पूर्ण कर 2 सितंबर को 33 केवी विभव पर ऊर्जीकृत किया गया।
• 132 केवी बाजपुर काशीपुर लाईन के द्वितीय सर्किट (14 किमी) को निर्माण के बाद 6 जुलाई को सफलतापूर्वक ऊर्जीकृत किया गया। उक्त लाईन के ऊर्जीकरण से 132 केवी विद्युत उपकेन्द्र बाजपुर से हल्द्वानी को लगभग 60 मेगावॉट की विद्युत आपूर्ति से हल्द्वानी के उपभोक्ताओं को लाभ होगा साथ ही बाजपुर, केलाखेड़ा, गदरपुर आदि क्षेत्रों में होने वाली लो वोल्टेज एवं ओवर लोडिंग की समस्या से भी निजात मिलेगी।पारेषण तन्त्र के सुदृढ़ीकरण हेतु 32 नग उपसंस्थानों में ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि के कार्य तथा 19 पारेषण लाईनों पर स्थापित तारों को उच्च क्षमता के तारों से बदलने हेतु निदेशक मण्डल द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है।
वर्ष 2023-24 में सीएसआर के अन्तर्गत मुख्यमंत्री द्वारा जनपद चम्पावत में तकनीकी शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु “कम्प्यूटर ऑन व्हील” मोबाईल कम्प्यूटर वाहन का लोकार्पण व 62 राजकीय इंटर कालेजों में 220 कम्प्यूटर की स्थापना की गयी।
निगम के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी का कहना है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व एवं उनके द्वारा
समय-समय पर विभागीय समीक्षा बैठकों में निरन्तर गुणवत्तायुक्त कार्य करने की प्रेरणा एवं उनके द्वारा उत्तराखण्ड के विकास के लिये दिये गये नारे “सरलीकरण, समाधान एवं संतुष्टि” के अनुरूप पावर ट्रॉसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड द्वारा उक्त कार्यों का कुशलतापूर्ण क्रियान्वयन कर पारेषण क्षेत्र में पिटकुल
द्वारा नये आयाम स्थापित किये जा रहे हैं।