पहाड़ का सच, देहरादून।
हरिद्वार जिले को छोड़कर अगले माह नवंबर में 12 जनपदों में त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल समाप्ति की ओर है। ऐसे में पंचायती राज विभाग पंचायत में हुए कार्यों की जांच करवाने की तैयारी कर रही है।
पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि पंचायत में हुए विकास कार्य में अनियमिताओं की बहुत अधिक शिकायत मिली है। कार्यकाल समाप्त होने से पहले इन शिकायतों पर जांच की जाएगी। ऐसे में भ्रष्ट पंचायत प्रतिनिधियों की धड़कनें भी तेज हो गई है।
बताते चलें कि वर्तमान में उत्तराखंड में 7832 ग्राम पंचायत हैं। इतने बड़े पैमाने पर जांच करवाने के लिए सरकार जांच एजेंसी को नियुक्त करने पर मंथन कर रही है। सरकार को राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत धन के दुरुपयोग होने की कई शिकायतें मिली थी। अब अगले माह कार्यकाल समाप्त होने से पहले इन शिकायतों की धरातलीय जांच की जाएगी। पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज जांच एजेंसी को अधिकृत करने के लिए इस पर मंथन कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के राज्य संयोजक जगत मार्तोलिया ने कहा है कि सतपाल महाराज पहले स्वयं की थर्ड पार्टी जांच कर कर स्वयं को ईमानदार घोषित करवा ले उसके बाद पंचायत की जांच करवाना।