– उत्तर भारत हाइड्रोपावर पर लापरवाही का आरोप
– बगैर साइरन बजाए छोड़ा बांध का पानी, मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग
पहाड़ का सच कपकोट।
कपकोट पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत तिमलाबगड़ निवासी एक विवाहिता की सरयू नदी में बहने से मौत हो गई। घटना के वक्त वह सरयू में कपड़े धो रही थी। अचानक सरयू का जलस्तर बढ़ने से महिला उसकी चपेट में आ गई और बह गई।
परिजनों तथा स्थानीय लोगों ने उत्तर भारत हाइड्रोपावर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने बगैर साइरन बजाए बांध का पानी सरयू पर छोड़ दिया। इससे यह घटना हुई। उन्होंने मृतक परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार तिमलाबगड़ निवासी 35 साल की विमला मर्तोलया पत्नी आनंद मर्तोलिया गुरुवार की सुबह 11.30 बजे सरयू नदी में कपड़े धोने गई थी, उस समय सरयू नदी का जल स्तर काफी कम था, अचानक सरयू नदी का जल स्तर बढ़ गया। जिससे महिला सरयू नदी में बह गई। स्थानिय लोगों व फायर विभाग व पुलिस भी मौके पर पहुंची। चीडाबगड़ के पास से महिला को निकाला गया। उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरा। पोस्टमार्टम के लिए शव जिला मुख्यालय भेज दिया। मृतका के दो बच्चे हैं।
इधर परिजनों तथा स्थानीय लोगों ने उत्तर भारत हाइड्रोपावर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी ने कहा कि कंपनी ने बगैर साइरन बजाए बांध का पानी छोड़ दिया। जिससे महिला की मौत हुई है। उन्होंने कंपनी पर हत्या का मुकादमा दर्ज करने तथा पीड़ित परिवार को मुआवाज देने की मांग की है।
इधर उत्तर भारत कपकोट के प्रबंधक कमलेश जोशी ने कहा कि कंपनी ने पानी छोड़ने से पहले दोनों प्लांटों में साइरन बजाया था। उसके बाद पानी छोड़ गया। कंपनी की किसी तरह की लापरवाही नहीं है। यह एक अनहोनी घटना है। कंपनी मानवता के नाते मृतका के एक बेटे की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेगी तथा मृतक के परिवार को पांच लाख की सहायता राशि मानवता के नाते दे