– लम्बे समय बाद किसी पुलिस प्रमुख ने किया बड़े स्तर पर जन संवाद
– पुलिस को शिष्टाचार भी सिखाया और अपराध पर सख्त होने की सलाह भी दी
– अधिकारियों/कर्मचारियों की समस्या सुनीं, निदान के निर्देश, अपने बीच की ब्लैक शीप ढूंढने को भी कहा
पहाड़ का सच नैनीताल/अल्मोड़ा/ यूएस नगर।
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का तीन दिवसीय कुमाऊं मंडल का दौरा, बड़े स्तर पर जन संवाद से अवाम में पुलिस के प्रति भरोसा और महकमे में और अधिक हिम्मत देने वाला समझा जा रहा है। लम्बे समय बाद किसी पुलिस प्रमुख का लोगों से कानून व्यवस्था के सवाल पर ये सीधा संवाद है।
अपने तीन दिन के दौरे पर पुलिस प्रमुख ने लोगों से संवाद के अलावा जिलों में पुलिस व्यवस्था की भी बारीकी से जांच की और कमियां पाए जाने पर उन्हें तत्काल दुरस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने खुले मन से स्वीकार किया कि पुलिस सिस्टम में कुछ ब्लैक शीप हो सकती हैं, उन्हें बाहर करने और दंडित करने में कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
डीजीपी ने 26 सितंबर को अपने कुमाऊं दौरे की शुरुआत नैनीताल जनपद से की। हल्द्वानी कोतवाली परिसर में गार्द की सलामी के बाद उन्होंने स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों, और अन्य समाज सेवियों से सीधा संवाद स्थापित किया। जनसंवाद में यातायात की समस्याओं, युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति, और महिला सुरक्षा पर प्रमुखता से चर्चा की गई।
उन्होंने नागरिकों को भरोसा दिलाया कि पुलिस प्रशासन इन समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और शीघ्र ही कारगर कदम उठाए जाएंगे। अभिनव कुमार ने नैनीताल में उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश सुश्री रितु बाहरी से शिष्टाचार भेंट की।विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में जाकर शीश नवाया और बाबा नीम करौली महाराज से प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
27 सितंबर को पुलिस महानिदेशक ने अल्मोड़ा का दौरा किया। उन्होंने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया व निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इन कार्यों में प्रशासनिक भवन, महिला बैरक और टाइप 4 आवासों का निर्माण शामिल था। उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और समयबद्ध रूप से कार्य पूरा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और अपराधों की समीक्षा की। महिला अपराधों, साइबर क्राइम, और युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर कठोर नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश दिए।
28 सितंबर को पुलिस महानिदेशक ने रुद्रपुर का दौरा किया। उन्होंने पुलिस लाइन का निरीक्षण करते हुए 150 सीसीटीवी कैमरों और पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उद्घाटन किया। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय नागरिकों के साथ जनसंवाद किया, जिसमें यातायात व्यवस्था, नशामुक्ति और महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। डीजीपी ने इस दौरान नशामुक्त उत्तराखंड के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील की।
पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं को सुनते हुए उन्होंने त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान उन्होंने 31वीं वाहिनी पीएसी प्रशासनिक परिसर के सभागार में 31पीएसी, 46पीएसी एवं आईआरबी प्रथम के अधिकारी/कर्मचारियों एवं 31पीएसी में प्रचलित हेकानि (वरिष्ठता) पदोन्नति प्रशिक्षण में आये कर्मचारियों का सम्मेलन लिया और उनकी व्यक्तिगत/पारिवारिक समस्याओं को सुनते हुए उनके निदान हेतु आश्वासन देते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके।
डीजीपी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और निर्देशन में उत्तराखंड पुलिस, महिला और नागरिकों की सुरक्षा के साथ ही प्रदेश को अपराध मुक्त और नशामुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश को बाहर के अपराधियों की शरणस्थली नहीं बनाने दिए जाएगा। अपराधियों को उन्हीं की भाषा मे जवाब दिया जाएगा।
1. महिला सुरक्षा: प्रत्येक थाने में महिला डेस्क की स्थापना, महिलाओं से संबंधित अपराधों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई।
2. साइबर अपराध: साइबर ठगी और अन्य साइबर अपराधों में कठोर कार्रवाई, विशेष साइबर सेल का गठन।
3. नशा उन्मूलन: नशे के व्यापार में संलिप्त पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई।
4. यातायात सुधार: प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा उपाय।
5. पुलिस आधुनिकीकरण: पुलिस भवनों में सोलर पावर और रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसी परियोजनाओं की शुरुआत।