पहाड़ का सच/एजेंसी।
नई दिल्ली।ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में दोनों पहलवान कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी नेता पवन खेड़ा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। .फोगाट के चुनाव लड़ने की चर्चा
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, बजरंग पुनिया को कांग्रेस के स्टार प्रचारक के अलावा कांग्रेस संगठन में पद दिया जाएगा जबकि विनेश फोगाट चुनाव लड़ेंगी। बजरंग पुनिया चुनाव नहीं लड़ेंगे। विनेश कहां से चुनाव लड़ेंगी अभी यह साफ नहीं है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके घर पर मुलाकात की। यह मुलाकात करीब आधे घंटे चली।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने कहा कि समर्थन के लिए पूरे देशवासियों का धन्यवाद। मैं कोशिश करूंगी उम्मीदों पर खरा उतरूं। नई पारी की शुरुआत कर रही हूं। हर उस महिला के साथ हम खड़े हैं जो खुद को लाचार और बेबस समझती हैं। विनेश ने कहा कि मैं कांग्रेस का धन्यवाद करती हूं, बुरे वक्त में ही पता चलता है अपना कौन है। परमात्मा ने मुझे देश के लोगो की सेवा करने का मौका दिया।
मैने जो फेस किया को किसी और को फेस न करना पड़े, आज उन्हें हिम्मत मिलेगी। फोगाट ने कहा कि जो लड़ाई थी वह खत्म नहीं हुई है। कोर्ट में हमारा केस चल रहा है। वह लड़ाई भी हम जीतेंगे। खेल में जैसे हमने कभी हार नहीं मानी वैसे ही इस नए प्लेटफॉर्म(पार्टी में) पर भी हम हार नहीं मानेंगे। अपने लोगों के बीच में रहेंगे, दिल से मेहनत करेंगे। मैं कहना चाहूंगी आपकी बहन आपके साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
बजरंग पूनिया ने कहा कि देश की बेटी की जो आवाज उठाई उसका भुगतान हम कर रहे हैं। जितनी कुश्ती में मेहनत की है, आगे भी ऐसी ही मेहनत करेंगे। हम ग्राउंड पर काम करेंगे। संघर्ष की लड़ाई में हमेशा कांग्रेस के साथ खड़े रहेंगे।
कांग्रेस में शामिल होने से पहले छोड़ी रेलवे की नौकरी
कांग्रेस में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूंगी।