पहाड़ का सच देहरादून।
उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) के अधिकारियों और कर्मचारियों को अब पर्वतीय क्षेत्रों में आठ बेड के अस्पतालों में भी इलाज मिल सकेगा। निगम की बोर्ड बैठक में लेखाकारों को समानता के सिद्धांत पर पदोन्नति देने का फैसला भी लिया गया है।
निगम के प्रबंध निदेशक डॉक्टर संदीप सिंघल ने बताया कि 120वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव व निगम की अध्यक्ष श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा की गई। बैठक में निदेशक मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के वार्षिक लेखों को स्वीकृति प्रदान की गई। निदेशक मंडल द्वारा कार्मिक हित में भी लिए गए एक फैसले के अनुसार यूजेवीएन लिमिटेड के दुर्गम एवं पर्वतीय क्षेत्रों में न्यूनतम 15 बेड वाले चिकित्सालयों के स्थान पर न्यूनतम 8 बेड वाले चिकित्सालयों को मान्यता प्रदान की जाएगी। ये सभी अस्पताल यूजेवीएनएल की नीति के हिसाब से सूचीबद्ध हो सकेंगे।
एमडी ने बताया कि निगम के कार्मिकों की पदोन्नति के संबंध में सहायक लेखाधिकारी के रिक्त पदों पर लेखाकार पदधारकों को तथा सहायक लेखाकार के रिक्त पदों पर लेखा लिपिक पदधारकों को लिपिक संवर्ग की भांति समानता के सिद्धांत पर प्रोन्नति का लाभ प्रदान करने के प्रस्ताव पर भी निदेशक मंडल द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही निदेशक मंडल द्वारा परिचालकीय कर्मचारियों की विभिन्न श्रेणियां के पदों पर पदोन्नति हेतु निगम मुख्यालय स्तर पर एकल वरिष्ठता सूची (Common Seniority List) का निर्धारण किए जाने तथा मुख्यालय स्तर पर पदोन्नति के प्रस्ताव पर भी सहमति प्रदान की गई।
बैठक में मुख्य सचिव के अलावा स्वतंत्र निदेशक इंदू कुमार पांडे, बी.पी.पांडे, सी.एम.वासुदेव, पराग गुप्ता, राजकुमार के साथ ही प्रबंध निदेशक यूजेवीएन लिमिटेड डॉ. संदीप सिंघल, पूर्णकालिक निदेशक सुरेश चंद्र बलूनी, ए.के.सिंह आदि ने प्रतिभाग किया।