पहाड़ का सच हरिद्वार।
जनपद के रूडकी के मेवड खुर्द के गांव में किन्नरों के आतंक से त्रस्त होकर बैठक कर एक सख्त निर्णय लिया गया है। मेवड खुर्द गांव में किन्नर जब बधाई मांगने के लिए आते है तो वे ग्रामीणो से मनमाने तरीके से बधाई मांगते है और जब उनको बधाई मुंह मांगी नही दी जाती है तो वे अश्लील हरकतें तक कर जाते हैं, और इसमें लोगों को शर्मिंदा होना पड़ता है, और उनकी समाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल भी होती है। जिसके कारण गांव के लोग बेहद परेशान हैं।
मामले में ग्राम प्रधान द्वारा बैठक कर निर्णय लिया गया कि जो भी किन्नर गांव में बधाई मांगने आएगा उसको कम से कम 1100 रूपए और ज्यादा से ज्यादा 3100 रूपए की धनराशि दी जाएगी। अगर इससे ज्यादा की धनराशि किन्नर मांगते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । गांव के बाहर इस तरीके का बोर्ड भी लगा दिया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के किसी के बच्चा हो या शादी, ये किन्नर आ धमकते हैं और 11 हजार, 21 हजार या 51 हजार की डिमांड करने लगते हैं। वहीं जब लोग इतनी रकम दे पाने में असमर्थता जताते हैं तो ये किन्नर उन्हें बेइज्जत करने से भी पीछे नहीं रहते। बीते दिनों हुई ऐसी कई घटनाओं को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था। हालात को देखते हुए पिछले दिनों ग्राम पंचायत में आमसभा की बैठक बुलाई गई और सर्व सम्मति से किन्नरों के लिए बधाई राशि तय कर दी गई।
ग्राम पंचायत के फैसले के बाद गांव की प्रधान रुचि देवी ने यह संबंध में गांव के बाहर बोर्ड लगा दिया है। इसमें साफ तौर पर कह दिया है कि कोई भी किन्नर यदि नागरिकों को परेशान करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ग्रामीणों के मुताबिक इस बोर्ड को लगने के बाद किन्नर कई बार गांव में आए और प्रधान एवं ग्राम पंचायत के सदस्यों पर दबाव बना रहे हैं कि इस बोर्ड को हटा लिया जाए। किन्नर अब भरोसा भी दे रहे हैं कि आगे से वह ऐसी कोई हरकत नहीं करेंगे।