पहाड़ का सच देहरादून।
तीलू रौतेली की जयंती पर संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली व आंगनवाड़ी कार्यकत्री पुरूस्कार का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या मुख्य अतिथि के तौर पर सम्मलित हुई। जहां उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान प्रेक्षागृह में पौधरोपण भी किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने चयनित सभी महिलाओं को बधाई व शुभकामनाएं दीं।कहा कि यह पुरस्कार यह दर्शाता है कि राज्य की मातृशक्ति विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहीं है।वीरबाला तीलू रौतेली के जन्मदिम पर प्रतिवर्ष 8 अगस्त को यह सम्मान दिया जाता है।इस सम्मान से जहां चयनित महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में और अधिक मनोयोग के साथ काम करेंगी तो वहीं उनसे प्रेरणा लेते हुए अन्य भी अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करेंगी। साथ ही कहा कि यह पुरस्कार खेल, कला, संस्कृति, पर्यावरण, समाजसेवा आदि के क्षेत्र में दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण ट्रेकर ऐप आने वाले समय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही जनता भी इसको देख सकेगी, कहा कि यह पुरस्कार मिलने के बाद जिम्मेदारी दोगुनी बढ़ जाती है। इस पर सभी को खरा उतरना है। इस दौरान वीरांगना तीलू रौतेली के जीवन पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।कहा कि पुरूस्कार प्राप्त करने वाली महिलाएं उत्तराखण्ड के साथ ही देश की महिलाओं के लिए आदर्श उदाहरण है व उत्तराखण्ड सरकार महिला शक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।आने वाले समय में खेल जगत में उत्तराखण्ड की महिला खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नये कीर्तिमान स्थापित करेंगीं।कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त करने के लिए प्रयासरत है।
जबकि राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकत्री पुरूस्कार हेतु राज्य में न्यूनतम 05 वर्ष से निरन्तर कार्यरत् आंगनवाड़ी कार्यकत्री ध्मिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री जिनके केन्द्र पर ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 6 वर्ष के न्यूनतम 08 बच्चे एवं शहरी क्षेत्रों मे न्यूनतम 18 बच्चें पंजीकृत हो एवं समस्त लाभार्थी पोषण ट्रेकर एप में पंजीकृत हो। आंगनवाड़ी केन्द्रों का संचालन, केन्द्रों में अभिलेखों का उचित रख-रखाव, अनुपूरक पोषाहार का नियमित वितरण एवं जनसमुदाय को योजनाओं के प्रति जागरूक किया हो, कुपोषण उन्मूलन हेतु विशेष प्रयास किया हो एवं वर्ष में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस का नियमित आयोजन किया हो, आगंनवाड़ी केन्द्र व केन्द्र के आस-पास की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया हो,
उनकी कार्यप्रणाली में बेहतर परिणाम एवं प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाने के उद्देश्य से इस पुरूस्कार में कार्यकत्री को रू0 51,000 की धनराशि आनलाईन, प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह् प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम में इस दौरान इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल संदेश के माध्यम से समस्त तीलू रौतेली पुरस्कार विजेताओं और पुरस्कृत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कहा कि राज्य की बालिकायें एवं महिलाएं पुरुस्कार प्राप्त विजेताओं के आदर्शों का अनुकरण करते हुए उत्तराखंड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहयोग करेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाएं बड़े सपने देखें व उनको सच करने का प्रयास करें, राज्य सरकार उनके साथ है।
कार्यक्रम में रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, उपाध्यक्ष उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद मधु भट्ट, निदेशक प्रशांत आर्य, पद्मश्री माधुरी बर्थवाल, उपनिदेशक विक्रम सिंह, मोहित चैधरी, सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी,समस्त मातृशक्ति व आंगनवाड़ी बहनें उपस्थित रहीं।