पहाड़ का सच देहरादून।
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने 24 जुलाई से लगातार 10 दिनों तक चली श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा के अनुभवों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के माध्यम से साझा करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर अव्यवस्था है। इससे देश के हर कोने से आया यात्री परेशान है।
माहरा ने श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा में अपने सहयोगी यात्रियों एवं पार्टी के कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि सभी यात्रियों ने लगातार उनके साथ कदम से कदम मिलाते हुए यात्रा के अंतिम पड़ाव तक साथ दिया, उसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि भारी बरसात एवं भूस्खलन से आई दैवीय आपदा के चलते श्री केदारनाथ धाम के रास्ते बंद होने तथा पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी के सुझाव एवं निर्देश पर यात्रा को स्थगित करना पड़ा परन्तु मार्गों के सुव्यवस्थित होने पर पुनः यात्रा स्थगन स्थल से प्रारम्भ की जायेगी।
माहरा ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन, जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा चौपर के माध्यम से केदारनाथ पहुंचकर जलाभिषेक के आग्रह को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि पूरे यात्रा मार्ग पर सरकार की व्यवस्थायें इतनी लचर हैं कि सीतापुर में बाहरी क्षेत्रों से आये तीर्थ यात्रियों के लगभग 150 दुपहिया वाहन खड़े हैं जिनकी सवारी करने वाले तीर्थ यात्रियों का कई दिनों से कोई अता-पता नहीं है तथा प्रशासन भी उनकी सही जानकारी नहीं दे पा रहा है जिसके कारण इन यात्रियों के साथ किसी अनहोनी की आशंका जताया जाना स्वाभाविक है।
माहरा ने राज्य की धामी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पूरा प्रदेश भीषण आपदा की चपेट में है, टिहरी, चमोली, धारचूला, कपकोट आदि कई क्षेत्र आपदा ग्रस्त हैं प्रदेश के कई आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जानमाल एवं पशुधन का भी काफी नुकसान हुआ है। कई जिलों का मुख्य सड़कों से सम्पर्क पूरी तरह से टूट चुका है। उन्होंने कहा कि आम जनता के लिए तीर्थ यात्रा रोक दी गई है परन्तु राज्य सरकार के चौपर का उपयोग आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि भाजपा नेताओं को केदारनाथ के वीआईपी दर्शन कराने के लिए किया जा रहा है इससे भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार निरंकुश होकर क्रूर और घमंडी राजा वेन की तरह सत्ता के मद में चूर होकर काम कर रही है तथा उसके कर्मों का फल आम जनता भुगत रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू होने से पूर्व सरकार और प्रशासन की कोई तैयारी नहीं थी जिसके चलते केदारनाथ यात्रा का मुख्य द्वार गौरीकुंड एकबार फिर से पूरी तरह आपदा से बरबाद हो चुका है, कालीमठ तक भारी नुकसान हुआ है तथा सैकडों तीर्थ यात्रियों का कोई अता-पता नहीं है। प्रशासन की लापरवाही के कारण दूर संचार नेटवर्क भी बंद पडे हैं तथा यात्रियों का अपने परिजनों से सम्पर्क भी नहीं हो पा रहा है। .उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में आई इस दैवीय आपदा को लेकर शीघ्र ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करेगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की 10 दिनों तक चली श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा में आम जनता का भारी समर्थन मिला तथा आम जनता द्वारा पद यात्रियों का जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि मौसम के हालात सामन्य होते ही पुनः तीन दिन की यात्रा फिर की जायेगी।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष नवप्रभात, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुदादत्त जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, याकूब सिद्धिकी, प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट, अमरजीत सिंह, विशाल मौर्य, मोहन काला, आदि उपस्थित थे।