– हाउसिंग ग्रुप में पार्टनर बनाने का धोखा देने वाले तीन दिल्ली के ठग बिल्डर और उसके भाई समेत तीन के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर राजपुर थाने में मुकदमा
– धोखाधड़ी में बिल्डर का भाई व देहरादून का एक व्यक्ति भी शामिल
पहाड़ का सच देहरादून।
ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में का साझेदार बनाने का झांसा देकर दिल्ली के एक बिल्डर ने दिल्ली के एक व्यक्ति से 19 करोड़ रुपये की ठगी कर ली।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने जानकारी दी कि दिल्ली के बिल्डर ने जमीन खरीदने के लिए पीड़ित को अपनी कंपनी का निदेशक बनाया। कंपनी और अपने भाई समेत अन्य लोगों के खातों में पीडित से 19 करोड़ रुपये जमा करवा लिए। इसके बाद आरोपी ने फर्जी और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दूसरी कंपनी में रकम ट्रांसफर कर ली। कोर्ट के आदेश पर राजपुर पुलिस ने बिल्डर समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली के विवेक विहार निवासी मुकेश कुमार ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। उसने कहा कि जितेंद्र खरबंदा निवासी विवेक विहार दिल्ली ने देहरादून में जमीन खरीदकर ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बनाने का झांसा दिया और कहा कि उत्तराखंड में बाहरी व्यक्ति 250 वर्गमीटर से अधिक भूमि नहीं खरीद सकता। इसलिए उसने अपने साथी उत्तराखंड मूल निवासी अजय पुंडीर को इसमें शामिल किया। विश्वास में लेने के लिए आरोपी ने पीड़ित और अजय पुंडीर को अपनी कंपनी में निदेशक भी बना दिया।
जमीन खरीदने के बादअजय पुंडीर को निदेशक के पद से हटा देंगे फिर वह और पीड़ित ही निदेशक रह जाएंगे। पीड़ित के मुताबिक वह आरोपी के झांसे में आ गया और बिल्डर जितेंद्र खरबंदा की कंपनी, उसके भाई अजय खरबंदा और अजय पुंडीर समेत अन्य लोगों के खाते में 19 करोड़ रुपये जमीन खरीदने के जमा करवा दिए। पीड़ित का आरोप है कि बिल्डर ने उनके दिए रुपयों से जमीन नहीं खरीदी। कंपनी में जमा की गई रकम दूसरी कंपनी में ट्रांसफर कर दी। पीड़ित का कहना है कि वह भी कंपनी में निदेशक बनाए गए थे, लेकिन उनके फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार कर रकम दूसरी कंपनी में ट्रांसफर की गई। .एसएसपी ने बताया कि ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में पार्टनरशिप में प्रोजेक्ट था। कोर्ट के आदेश पर जितेंद्र खरबंदा, अजय पुंडीर, अजय खरबंदा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आरोपी जितेंद्र खरबंदा और अजय पुंडीर के विरुद्ध धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने लोगों से करीब 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। आरोपियों ने प्रदीप नागरथ से भी 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। अभी तक इन पर गैंगस्टर नहीं लगी है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि कई अन्य मुकदमों में इन आरोपियों का नाम आया था। इनका रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है कि कितने मुकदमों में चार्जशीट लगी है।